शुक्रवार, 11 जनवरी 2008
बुधवार, 9 जनवरी 2008
प्रेम तुम्हारा………
प्रेम तुम्हारा………
प्रेम तुम्हारा है अति पावन
दिखाये हर पल मुझको सावन
स्पर्श तुम्हारा है रुई जैसा
कोमल है जो मन की भाषा
प्रेम करती तुम्हारी हर अदा
मधहोश करती तुम्हारी हर सदा
सागर सी गहराई है इसमें
झील सी है शांति इसमें
प्यार का हर रंग छलकता इसमें
प्रेम के हर साज बजते है इसमें
हर मौसम की झलक है इसमें
जिंदगी की हर राह समाई इसमें
प्यार ने दी हर नई सांस मुझको
तुम्हारे प्रेम की तरंग छूती मुझको
-अस्तित्व
प्रेम तुम्हारा है अति पावन
दिखाये हर पल मुझको सावन
स्पर्श तुम्हारा है रुई जैसा
कोमल है जो मन की भाषा
प्रेम करती तुम्हारी हर अदा
मधहोश करती तुम्हारी हर सदा
सागर सी गहराई है इसमें
झील सी है शांति इसमें
प्यार का हर रंग छलकता इसमें
प्रेम के हर साज बजते है इसमें
हर मौसम की झलक है इसमें
जिंदगी की हर राह समाई इसमें
प्यार ने दी हर नई सांस मुझको
तुम्हारे प्रेम की तरंग छूती मुझको
-अस्तित्व
प्रस्तुतकर्ता अस्तित्व पर बुधवार, जनवरी 09, 2008 0 टिप्पणियाँ
मंगलवार, 8 जनवरी 2008
क्रिकेट जगत में भूचाल
पहली पारी
क्रिकेट जगत में भूचाल मचाया
टैस्ट मैच जब सिडनी में कराया
आर पी ने अपना जादू चलाया
भज्जी ने भी साथ खूब निभाया
सैमोन्ड को जब नोट आऊट बताया
बकनर ने अपना खाता खोल दिया
सचिन लक्ष्मण ने सैकड़ा फिर किया
द्रविड़ गांगुली ने तब स्कोर बढाया
भज्जी का बल्ला फ़िर बोला
ईशांत ने भी हाथ खूब दिखाया
रनों का सबने अम्बार लगाया
आस्ट्रेलिया को रनों से पीछे लगाया
दूसरी पारी
कंगारू कुछ सम्भले इस बारी
रनों से कर दी जंग अब जारी
द्रविड़ को बकनर ने आऊट दिया
भारत को फिर से झटका दिया
पोंटिग ने बेंसन को अगुँली दिखाई
गांगुली को पवेलियन की राह दिखाई
दिपिका ने जन्मदिन यहाँ मनाया
युवी धोनी ने निराश सबको किया
हाग ने बौल के साथ गाली सुनाई
कुम्बले ने शिकायत दर्ज करवाई
बकनर ने टैस्ट भारत को हरवाया
हिंदुस्तानियों ने उसको बेईमान बताया
भारत ने संघर्ष चौदह से किया
सिडनी टैस्ट आस्ट्रेलिया के नाम हुआ
खेल खेल में भज्जी बोला
सैमोन्ड ने फ़िर धावा बोला
प्रोक्टर ने फिर फैसला सुनाया
तीन मैच के लिये निषेध किया
भारतीय टीम ने रुख कड़ा किया
बीसीसीई ने फिर विरोध जताया
सच बनाम झूठ की हुई लड़ाई
आई सी सी ने फिर हिम्मत दिखाई
भारतीयों को नैतिक जीत दिलवाई
देश्प्रेमियो को कुछ राहत दिलाई
बकनर सीरीज से अब बाहर हुआ
अगले मैचो के लिये है हमारी दुआ
क्रिकेट जगत में भूचाल मचाया
टैस्ट मैच जब सिडनी में कराया
आर पी ने अपना जादू चलाया
भज्जी ने भी साथ खूब निभाया
सैमोन्ड को जब नोट आऊट बताया
बकनर ने अपना खाता खोल दिया
सचिन लक्ष्मण ने सैकड़ा फिर किया
द्रविड़ गांगुली ने तब स्कोर बढाया
भज्जी का बल्ला फ़िर बोला
ईशांत ने भी हाथ खूब दिखाया
रनों का सबने अम्बार लगाया
आस्ट्रेलिया को रनों से पीछे लगाया
दूसरी पारी
कंगारू कुछ सम्भले इस बारी
रनों से कर दी जंग अब जारी
द्रविड़ को बकनर ने आऊट दिया
भारत को फिर से झटका दिया
पोंटिग ने बेंसन को अगुँली दिखाई
गांगुली को पवेलियन की राह दिखाई
दिपिका ने जन्मदिन यहाँ मनाया
युवी धोनी ने निराश सबको किया
हाग ने बौल के साथ गाली सुनाई
कुम्बले ने शिकायत दर्ज करवाई
बकनर ने टैस्ट भारत को हरवाया
हिंदुस्तानियों ने उसको बेईमान बताया
भारत ने संघर्ष चौदह से किया
सिडनी टैस्ट आस्ट्रेलिया के नाम हुआ
खेल खेल में भज्जी बोला
सैमोन्ड ने फ़िर धावा बोला
प्रोक्टर ने फिर फैसला सुनाया
तीन मैच के लिये निषेध किया
भारतीय टीम ने रुख कड़ा किया
बीसीसीई ने फिर विरोध जताया
सच बनाम झूठ की हुई लड़ाई
आई सी सी ने फिर हिम्मत दिखाई
भारतीयों को नैतिक जीत दिलवाई
देश्प्रेमियो को कुछ राहत दिलाई
बकनर सीरीज से अब बाहर हुआ
अगले मैचो के लिये है हमारी दुआ
प्रस्तुतकर्ता अस्तित्व पर मंगलवार, जनवरी 08, 2008 0 टिप्पणियाँ
सोमवार, 7 जनवरी 2008
मुश्किल है अपने से दूर करना
आसान है तुमको गले लगाना
मुश्किल है अपने से दूर करना
आसान है प्यार का इजहार करना
मुश्किल है तुम बिन इंतज़ार करना
आसान है तुम से नज़रे मिलाना
मुश्किल है तुम से नज़रे चुराना
आसान है तुमसे प्यारी बाते करना
मुश्किल है तुम से रुठ कर बैठना
आसान है तुम से दोस्ती करना
मुश्किल है तुम से बेवफाई करना
आसान है तुम पर अहसान जताना
मुश्किल है तुम से अहसास छुपाना
आसान है तुम रुठो तो मनाना
मुश्किल है तुम से फासले बनाना
आसान है तुमको नज़रो में बसाना
मुश्किल है अपने से दूर करना
-अस्तित्व, यू ए ई
प्रस्तुतकर्ता अस्तित्व पर सोमवार, जनवरी 07, 2008 0 टिप्पणियाँ
रविवार, 6 जनवरी 2008
तुम संग नाचूँ,
तुम संग नाचूँ, गीत मिलन के गाऊँ
अपनी धुनों से दीवाना तुमको बनाऊँ
प्यार के खेल में जीत ले हम बाजी
तुम संग नाचूँ, गीत, मिलन के गाऊँ
तुम कहो तो दुनिया से मैं लड़ जाऊँ
धरती क्या अम्बर में तूफान मचाऊँ
सागर की मौजो को गले लगाऊँ
तुम संग नाचूँ, गीत मिलन के गाऊँ
पंछी जैसे साथ तुम्हें ले मैं उड़ जाऊ
नील गगन में प्यार तुम्हें सिखलाऊँ
तराना प्यार का तुमको मैं सुनाऊँ
तुम संग नाचूँ, गीत मिलन के गाऊँ
दिल में अपने मूरत तुम्हारी है बनाई
किया है प्यार तुम्हीं से, ये है सच्चाई
साथ जियेंगे कसम ये है मैंने खाई
तुम संग नाचूँ, गीत मिलन के गाऊँ।
अपनी धुनों से दीवाना तुमको बनाऊँ
प्यार के खेल में जीत ले हम बाजी
तुम संग नाचूँ, गीत, मिलन के गाऊँ
तुम कहो तो दुनिया से मैं लड़ जाऊँ
धरती क्या अम्बर में तूफान मचाऊँ
सागर की मौजो को गले लगाऊँ
तुम संग नाचूँ, गीत मिलन के गाऊँ
पंछी जैसे साथ तुम्हें ले मैं उड़ जाऊ
नील गगन में प्यार तुम्हें सिखलाऊँ
तराना प्यार का तुमको मैं सुनाऊँ
तुम संग नाचूँ, गीत मिलन के गाऊँ
दिल में अपने मूरत तुम्हारी है बनाई
किया है प्यार तुम्हीं से, ये है सच्चाई
साथ जियेंगे कसम ये है मैंने खाई
तुम संग नाचूँ, गीत मिलन के गाऊँ।
प्रस्तुतकर्ता अस्तित्व पर रविवार, जनवरी 06, 2008 0 टिप्पणियाँ
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