॥ॐ श्री गणेशाय नम:॥
आपका स्वागत है मेरे इस ब्लोग में। आशा है आपको मेरे साथ आनन्द आयेगा। मेरा प्रयास रहेगा की आप की आशाओ में खरा उतरुंगा। सभी पढ़ने वालो को मेरा सप्रेम नमस्कार एवम् अभिनंदन। .

बुधवार, 7 मई 2008

ये हम कैसे उन्हें बतायें ?

ये हम कैसे उन्हें बतायें ?

ख्वाब और हकीकत की ये कहानी
याद और अपने दिल कि जुबानी
प्यार और अपने जज़बात की नादानी
अहसास और शरारत की दीवानगी

कल और आज की रुसवाई
भाव और घावों की गहराई
वफा और बेवफाई की सच्चाई
कसमों - वादो की दुहाई

बिछोह और दूरी का गम
आंखो और होन्ठो की बैचैनी
तन और मन की कशिश
प्रेम और त्याग की परिभाषा
ये हम कैसे उन्हें बतायें ?

- अस्तित्व, यु ए ई