॥ॐ श्री गणेशाय नम:॥
आपका स्वागत है मेरे इस ब्लोग में। आशा है आपको मेरे साथ आनन्द आयेगा। मेरा प्रयास रहेगा की आप की आशाओ में खरा उतरुंगा। सभी पढ़ने वालो को मेरा सप्रेम नमस्कार एवम् अभिनंदन। .

शुक्रवार, 27 मार्च 2009

उनके दीवाने है हम


उनकी नज़र के दीवाने है

बस दीदार को तरसते है

आँखे बरबस उनको ढूंढती है

वो देखकर भी गुम हो जाती है



तन्हाई उनको पसंद है

मुझे उनका साथ पसंद है

यकीं है हमे कुछ ये भी

दिल में है कुछ उनके भी



छुप कर हमें खोजती है

खोज कर कुछ सोचती है

जाने क्या वो सोचती होगी

ढूढने के बहाने खोजती होगी



ये सफर रुकने न देंगे

यूँ ही हम चलते रहेंगे

ना जाने किस मोड़ पर

वो बन जाए हम सफर



-अस्तित्व , आबू दाबी

मंगलवार, 24 मार्च 2009

तुम संग नाचू…


तुम संग नाचू, गीत मिलन के गांऊ
अपनी धुनो से दीवाना तुमको बनाऊँ
प्यार के इस खेल में जीत लू मैं बाजी
तुम संग नाचू, गीत मिलन के गांऊ

तुम कहो तो दुनिया से मैं लड़ जाऊँ
धरती क्या है अम्बर में तूफान मंचाऊँ
सागर की मौजो को अपने गले लगाऊँ
तुम संग नाचू, गीत मिलन के गांऊ

पंछी जैसे साथ तुम्हें ले मैं उड़ जाऊँ
नील गगन में प्यार तुम्हे सिखलाऊँ
तराना प्यार का तुमको मैं सुनाऊँ
तुम संग नाचू, गीत मिलन के गांऊ

दिल में अपने मूरत तुम्हारी है बनाई
किया है प्यार तुम्ही से, ये है सच्चाई
तुम संग है ज़ीना, कसम है मैने खाई
तुम संग नाचू, गीत मिलन के गांऊ


-अस्तित्व, आबू दाबी, यू ए ई