॥ॐ श्री गणेशाय नम:॥
आपका स्वागत है मेरे इस ब्लोग में। आशा है आपको मेरे साथ आनन्द आयेगा। मेरा प्रयास रहेगा की आप की आशाओ में खरा उतरुंगा। सभी पढ़ने वालो को मेरा सप्रेम नमस्कार एवम् अभिनंदन। .

शुक्रवार, 14 दिसंबर 2007

shadi ke baad.......




(यू ए ई आने के पश्चात मेरे एक दो मित्रो की शादी हुई थी। पार्टी एक साथ ही आयोजित हुई थी। 1981 में बधाई संदेश इस रुप में दिया था मैंने)

शादी के बाद्………





एक से दो हुये आप, देता हूँ मुबारकबाद
बता रहा हूँ क्या करना तुम शादी के बाद

रात - दिन का नही, जीवन भर का है साथ
इसे निभाना प्रिय मित्रो , तुम शादी के बाद

एक दूसरे को समझना, ना करना तुम शक
इधर उधर झाँकना नही, तुम शादी के बाद

सुख - दुख जीवन का अंग है, इसमे रहना साथ
एक दूसरे का हाथ बटाना, तुम शादी के बाद

एक दूजे की खुशियों का रख्नना तुम ध्यान
हर कदम फूँक - फूँक रखना तुम शादी के बाद

सुन्दर - सुन्दर फूल खिलाना तुम अपने घर आँगन
छोटा परिवार सुखी परिवार, रखना ध्यान तुम शादी के बाद

- अस्तित्व, यु ए ई

कुछ MASTI KUCHH ........

कुछ मस्ती कुछ .........

कोइ हसीना आकर हमसे प्यार का इजहार तो करती
उसकी जवानी की कसम पुरानी मोहब्बत को सूली चढा देता

तुम बदल जाओगे सोचा भी ना था
यह तो अच्छा किया हमने खुद को बदल दिया

प्यार तुम्हे करते है इतना जितनी है मुझ में चाहत्
आया करो सपनो में भी किसी को ना हो इसकी आहट्

प्यार करना तो हमने सिखाया था तुमने
दिल तोड़कर जाना किसने सिखाया तुमको

हमारे दिल पर क्या गुजरती है जब तुम नहीं होती हमारे पास
किन्तु तुमसे मिलने की चाह बढा देता है जीने की आस

जिन्दगी के हसीन रंगो में रंगना ही पड़ता है
कुछ पाने के लिये कुछ खोना ही पड़ता है

जो कल था वो मेरा अपना था, जो आज हूँ वो तुम्हारा हूँ
खुशिया लेकर जो आयेगा वो कल हमारा होगा

बुधवार, 12 दिसंबर 2007

लेकिन मुस्कराती जिन्दगी


मस्तिष्क के प्रांगण में
प्रतिद्वन्दता कराती जिन्दगी



उठाती - गिराती ज़िन्दगी
जलाती - बुझाती जिन्दगी
बनाती - बिगाड़ती जिन्दगी
रुठती - मनाती जिन्दगी

रुलाती लेकिन हंसाती जिन्दगी
इठलाती लेकिन खेलती जिन्दगी
चुपचाप लेकिन बोलती जिन्दगी
पूछती लेकिन उतर देती जिन्दगी

इन्कार - इकरार करती जिन्दगी
पास – फेल कराती जिन्दगी
मेल – बिछोह कराती जिन्दगी
प्यार – नफरत सिखाती जिन्दगी

हराती लेकिन सिखलाती जिन्दगी
रुकती लेकिन चलती जाती जिन्दगी
ढूँढती लेकिन महकती जिन्दगी
आंसू लाती लेकिन मुस्कराती जिन्दगी



- अस्तित्व

कुछ tasveere

मुझमें है कितना है दम
सफाई अभियान


कुछ प्रयास किजिये !!!!!!!


नये गुरु










मंगलवार, 11 दिसंबर 2007

यूं ही…



यूं ही हम तुम देखा करते थे
प्यार कि बोली बोला करते थे
बस यूं ही एक दूसरे के होते चले गये
जिन्दगी यूं ही चलती रहे


एक दुसरे से यूं ही मिला करते थे
मिल के एक दूजे में खो जाया करते थे
तुम बिन ना मैं रह सकू ना तुम मेरे बिन
जिन्दगी यू ही चलती रहे

प्यार से हम यूं ही लड़ा करते थे
फिर एक दूसरे को मनाते थे
बस आपस में यूं ही खेलते रहे
जिन्दगी यू ही चलती रहे

नज़रे तुम्हारी बुलाती रहती थी
आवाज़ कानो में आती रहती थी
यूं ही मुझे बुलाया - सुनाया करे
जिन्दगी यू ही चलती रहे


प्यार का घर बनाया करते थे
जहॉ अपना उसमें बसाया करते थे
ऐसे ही प्यार की बातें करते रहे
जिन्दगी यू ही चलती रहे

- अस्तित्व

रविवार, 9 दिसंबर 2007

दूर जाना ना

प्यार करना तो डरना ना
डरना तो प्यार करना ना

खूबसूरत बन कर तो आना ना
आना तो दिल लिये बिना जाना ना

वादे तो झूठे करना ना
करना तो बिना निभाये जाना ना

मेरे दिल से खेल खेलना ना
खेलो तो रुठ कर जाना ना

दूर तुम मुझ से होना ना
होना तो प्यार भुलाना ना

दिल के बहुत करीब आना ना
आना तो दूर जाना ना

(सन् 18-5-84)

- अस्तित्व