॥ॐ श्री गणेशाय नम:॥
आपका स्वागत है मेरे इस ब्लोग में। आशा है आपको मेरे साथ आनन्द आयेगा। मेरा प्रयास रहेगा की आप की आशाओ में खरा उतरुंगा। सभी पढ़ने वालो को मेरा सप्रेम नमस्कार एवम् अभिनंदन। .

शुक्रवार, 16 जनवरी 2009

कुछ लमहे यादो के


2 टिप्‍पणियां:

Udan Tashtari ने कहा…

अहसास तेरा पाते ही आस संवरने लगती है
भाव पिघलने लगते हैं सांस बिखरने लगती है.

-बहुत खूब!!

संगीता पुरी ने कहा…

बहुत सुंदर।