जीवन धारा में अपने को ढालना व्यक्ति की सबसे बडी सफ़लता है। प्रेम और सद्दभावना के साथ इमानदारी के पथ पर चलते रहना सही दिशा है जीवन धारा में।
अहसास तेरा पाते ही आस संवरने लगती हैभाव पिघलने लगते हैं सांस बिखरने लगती है.-बहुत खूब!!
बहुत सुंदर।
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2 टिप्पणियां:
अहसास तेरा पाते ही आस संवरने लगती है
भाव पिघलने लगते हैं सांस बिखरने लगती है.
-बहुत खूब!!
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