दर्द के लमहे समेटे
अहं की चादर लपेटे
वक्त के सूनेपन में
खोया यूं अपने में
आहट तेरी आये तो????
यादों के साये में
मौसम के बहकाये में
ख्वाबों के बिखरने में
आंसुओ के छलकने में
आहट तेरी आये तो????
खुशबू तेरी हर सांस में
दूरी के हर अहसास में
गिरते हुये विश्वास में
प्यार की हर आस में
आहट तेरी आये तो????
‘अस्तित्व’ अपना बचा ले
प्यार अपना हम पा ले
दुःख दर्द अपना बांट ले
जीना फ़िर सीख ले
आहट तेरी आये तो।
-अस्तित्व, यू ए ई
6 टिप्पणियां:
दर्द के लमहे समेटे
अहं की चादर लपेटे
वक्त के सूनेपन में
खोया यूं अपने में
आहट तेरी आये तो????
bahut sunder...dil ko chu gaya hai
word verification gata de
अस्तित्व’ अपना बचा ले
प्यार अपना हम पा ले
दुःख दर्द अपना बांट ले
जीना फ़िर सीख ले
आहट तेरी आये तो।
" words are straight from the heart, beautiful composition"
Regards
जी बहूत खूब .
अन्तिम पन्तियों अति सुंदर है .
यादों के साये में
मौसम के बहकाये में
ख्वाबों के बिखरने में
आंसुओ के छलकने में
आहट तेरी आये तो????
वाह!!
अति सुन्दर!!
वर्ड वेरिपिकेशन हटा लें तो टिप्पणी करने में सुविधा होगी. बस एक निवेदन है.
डेश बोर्ड से सेटिंग में जायें फिर सेटिंग से कमेंट में और सबसे नीचे- शो वर्ड वेरीफिकेशन में ’नहीं’ चुन लें, बस!!!
जी धन्यवाद आप लोगो के प्रोतसाहन के लिये। वर्ड वेरिफिकेशन हटा लिया है मैंने।
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