॥ॐ श्री गणेशाय नम:॥
आपका स्वागत है मेरे इस ब्लोग में। आशा है आपको मेरे साथ आनन्द आयेगा। मेरा प्रयास रहेगा की आप की आशाओ में खरा उतरुंगा। सभी पढ़ने वालो को मेरा सप्रेम नमस्कार एवम् अभिनंदन। .

रविवार, 9 दिसंबर 2007

दूर जाना ना

प्यार करना तो डरना ना
डरना तो प्यार करना ना

खूबसूरत बन कर तो आना ना
आना तो दिल लिये बिना जाना ना

वादे तो झूठे करना ना
करना तो बिना निभाये जाना ना

मेरे दिल से खेल खेलना ना
खेलो तो रुठ कर जाना ना

दूर तुम मुझ से होना ना
होना तो प्यार भुलाना ना

दिल के बहुत करीब आना ना
आना तो दूर जाना ना

(सन् 18-5-84)

- अस्तित्व

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