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(यू ए ई आने के पश्चात मेरे एक दो मित्रो की शादी हुई थी। पार्टी एक साथ ही आयोजित हुई थी। 1981 में बधाई संदेश इस रुप में दिया था मैंने)
शादी के बाद्………
(यू ए ई आने के पश्चात मेरे एक दो मित्रो की शादी हुई थी। पार्टी एक साथ ही आयोजित हुई थी। 1981 में बधाई संदेश इस रुप में दिया था मैंने)
शादी के बाद्………
एक से दो हुये आप, देता हूँ मुबारकबाद
बता रहा हूँ क्या करना तुम शादी के बाद
रात - दिन का नही, जीवन भर का है साथ
इसे निभाना प्रिय मित्रो , तुम शादी के बाद
एक दूसरे को समझना, ना करना तुम शक
इधर उधर झाँकना नही, तुम शादी के बाद
सुख - दुख जीवन का अंग है, इसमे रहना साथ
एक दूसरे का हाथ बटाना, तुम शादी के बाद
एक दूजे की खुशियों का रख्नना तुम ध्यान
हर कदम फूँक - फूँक रखना तुम शादी के बाद
सुन्दर - सुन्दर फूल खिलाना तुम अपने घर आँगन
छोटा परिवार सुखी परिवार, रखना ध्यान तुम शादी के बाद
- अस्तित्व, यु ए ई
3 टिप्पणियां:
शादी के उल्लास के थोड़े दिन बाद ये सब बताना था। इनती जिम्मेदारियों का बोझ नवविवाहित जोड़े पर अच्छी बात नहीं है।
इस रचना मे लिखे विवरण मे सन् 1981 गलत लिख गया है 1989 सही साल है।
हर्षवर्धन जी कहा तो सही आपने लेकिन जिम्मेदारी का अह्सास अगर पहले से हो तो सफर आसान हो जाता है।
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